Thursday 22 November 2012

गर्भावस्था के प्रारंभिक लक्षण


कुछ महिलाओं का मानना है, कि उन्‍हें स्‍वयं ही आभास हो जाता है कि वे गर्भवती है। लेकिन बहुत से दूसरे लोग जिनको सहज ज्ञान होता वह अन्य तरीको से बताते है कि कोई महिला गर्भवती है या नहीं।

गर्भावस्था के प्रारंभिक लक्षण हैं :

    स्तनों में पीङा
    स्वभाव में बदलाव या चिढ़चिढापन और थकावट
    मतली और सुबह के समय कमजोरी या ढीलापन जोकि गर्भावस्था के चौथे से आठवें सप्ताह से शुरू होता है 
    मासिक धर्म का बंद होना, योनि स्राव और श्रोणि में ऐंठन की स्थिति में बदलाव आता है।
    सुबह के समय कमजोरी या ढीली तबियत

क्रोनिक गोनाडोट्रोपिन हार्मोन के कारण सुबह के समय आपकी तबियत ढीली पड़ सकती है। इस हार्मोन के स्तर में आमतौर पर तेजी से कमी गर्भावस्था की अवधि बढने के बाद होती है(12 से 14 सप्ताह की गर्भावस्था), और मतली आम तौर पर दूसरी तिमाही के आरंभ में ही गायब हो जाती है या आना बंद हो जाती है।


दिल्ली आधारित स्त्रीरोग विशेषज्ञ, डॉक्टर अल्का लाल के अनुसार, "महिलाएं आमतौर पर संकेतो से आसानी से पता लगा सकती है जैसे मासिक धर्म का न होना, बार बार पैशाव आना, सुबह के समय तबियत का ढीला होना, थकान, स्तनो में बदलाव, और त्वचा में परिवर्तन। यह गर्भावस्था के पता लगाने के बहुत अच्छे संकेत है।" 

याद रखने की बात यह है कि इन लक्षणो मे से कोई एक भी गर्भावस्था के अलावा अन्य मामलो में कारण हो सकते है, तो वे विश्वसनीय और आसान नही है, लेकिन वे एक बहुत अच्छे संकेत है जोकि इस योग्य हो सकते है कि संदेह होने पर आप घर पर गर्भावस्था परिक्षण किट खरीद कर जांच कर सकते है या अपने स्त्रीरोग विशेषज्ञ से बात करें।


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