Friday 21 December 2012

समय रहते संभव है उपचार ब्रेन टयूमर


मस्तिष्क हमारे शरीर का वह महत्वपूर्ण और नाजुक हिस्सा है, जिसका संबंध संपूर्ण शरीर से है। अगर मस्तिष्क के किसी भी हिस्से में कोई तकलीफ हो तो उसका प्रभाव शरीर के दूसरे अंगों की गतिविधियों पर भी पड़ता है।  
आज के दौर में महानगरों में रहने वाले ज्यादातर लोग अति व्यस्तता की वजह से मानसिक तनाव और अवसाद के शिकार हो रहे हैं। साथ ही, आजकल ब्रेन टयूमर जैसी गंभीर बीमारियों के मामले भी देखने में आ रहे हैं। अत: सिरदर्द, चक्कर आना, आंखों के आगे अंधेरा छा जाना, जैसी समस्याओं को मामूली समझ कर अनदेखा करने के बजाय गंभीरता से लेना चाहिए। 
         
क्यों होता है ब्रेन ट्यूमर 

ब्रेन टयूमर क्यों होता है? इसकी वजह अभी तक पता नहीं चली है। तमाम खोजों और अध्ययनों के बाद भी यह हैरानी की बात है कि देश-विदेश के चिकित्सक अभी कोई पुख्ता वजह नहीं ढूंढ पाए हैं कि ब्रेन टयूमर क्यों होता है क्योंकि इसके होने की वजह ठोस रूप से सामने नहीं आई है। इसलिए इससे बचाव के उपाय बताने भी कठिन हैं। इस संबंध में दिल्ली स्थित विद्यासागर इंस्टीटयूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंसेज में गामा नाइफ विशेषज्ञ डॉ. महीप सिंह गौड़ कहते हैं, 'सिर में किसी भी तरह की तकलीफ या मस्तिष्क से जुड़ी किसी समस्या का आभास होने पर तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करें। बीमारी सही समय पर पकड़ में आए तभी निदान आसान हो पाता है।'

मस्तिष्क में मुख्यत: दो प्रकार के टयूमर होते हैं- पहला है बिनाइन टयूमर जो धीरे-धीरे बढ़ता है और दूसरा मेलिगेंट टयूमर, जो कैंसर युक्त होता है। पहले तरह के टयूमर कुछ दवाओं से नियंत्रित हो जाते हैं और जो दवाओं से ठीक नहीं हो पाते उन्हें ओपन सर्जरी और गामा नाइफ सर्जरी से ठीक करने की कोशिश की जाती है परंतु कैंसर युक्त टयूमर पूर्णतया ठीक होते हैं। टयूमर दिमाग में किस जगह पर है सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण यही बात है। डॉ. गौड़ का कहना है कि मस्तिष्क मानव शरीर का सबसे संवेदनशील भाग है। टयूमर उसमें कहां है किस नस को छू रहा है। किस हिस्से पर उसका कितना प्रभाव है, यह बात अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसी पर आधारित होकर मरीज का इलाज किया जाता है। सबको एक जैसा उपचार नहीं दिया जाता उपचार रोग की जटिलता पर निर्भर करता है। कभी-कभी कुछ टयूमर ऐसे होते हैं जहां तुरंत सर्जरी (शल्य चिकित्सा) कर बाद में गामा नाइफ सर्जरी भी करनी पड़ती है। 

ब्रेन टयूमर के लक्षण 


  • अभी तक ब्रेन ट्यूमर के कारणों का सही-सही पता नहीं चल पाया है। पर चिकित्सकों के अनुसार नीचे बताए गए लक्षणों में से अगर कोई भी लक्षण आपको दिखाई दे, तो तुरंत किसी न्यूरो सर्जन से संपर्क करें।
  • कभी-कभी मिरगी के दौरे के सामान दौरा पड़ता हो या बेहोशी आती हो। 
  • सिर में असहनीय दर्द होता हो। 
  • हाथ-पैरों में ऐंठन हो। 
  • ज्यादा कमजोरी का एहसास हो। 
  • सुबह के समय सिर में अक्सर दर्द होता हो। 
  • दृष्टि का अचानक कम होना या कलर ब्लांइडनेस। 


अब आसान है निदान 

दिल्ली स्थित विद्यासागर इंस्टीटयूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंसेज में गामा नाइफ विशेषज्ञ डॉ. महीप सिंह गौड़ का मानना कहते हैं, 'इस तरह के मामले ज्यादा सामने आने की मुख्य वजह है कि अब पहले की तुलना में परीक्षण आसान होने लगा है। कैट स्कैन और एमआरआई समय पर कराने से रोग सामने आने लगा है। पहले यह जांच और परीक्षण बड़े-बड़े शहरों और उनमें भी मुख्य अस्पतालों तक सीमित थे। आज उनका क्षेत्र व्यापक हुआ है। पहले तकलीफ होने पर दूर जाने और महंगे उपचार के डर से लोग कतराते थे चिकित्सक भी अपनी साख को बनाए रखने के लिए जल्दी महंगे टेस्ट कराने की सलाह नहीं देते थे। परंतु आज दिमाग से संबंधित किसी भी रोग का अंदेशा भर होने से चिकित्सक तुरंत विस्तृत जांच कराता है। डॉ. गौड़ का मानना है कि यही वजह है कि पहले जो बीमारी अपने विकराल रूप में सामने आती थी, अब वही छोटे रूप में ही सामने आ जाती है। इसीलिए इलाज पहले से ज्यादा आसान हो गया है। 




No comments:

Post a Comment