हाई- बी.पी.और लो- बी.पी. की शिकायत आज कल काफी लोगों को परेशां किये हुए है
यहाँ तक कि डॉ.भी इसका समाधान करने में असमर्थ दिखाई देतें हैं
सिर्फ एक ही इलाज
कर पातें हैं कि जैसे-तैसे इसे कंट्रोल किया जाये और बढे-घटे ना और किसी को मौत के
मुंह में ना जाना पड़े. सारी उम्र दवा का सेवन करने की सलाह दी जाती है
,यानी स्थायी
इलाज नहीं खोजा जा सका .ऐसी स्थिति में मैंने काफी लोगों को घरेलु नुस्खे आजमाने
की सलाह दी . परिणाम आश्र्यजनक रहे,लोगों की दवा धीरे-२ छूट गयी और वे इस
ला-इलाज रोग से मुक्ति पा चुकें हैं
अब उन्हें सारी उम्र दवा खाने की ज़रुरत महसूस
नहीं होती .
यहाँ मैं दोनों प्रकार के बी.पी.ठीक करने का नुस्का जनहित में बताने जा रहा हूँ,
आप भी प्रयोग करें लाभ उठायें और दूसरों को भी बताएं
हाई बी.पी.के लिए एक अनुभूत नुसका है
कि आप एक चम्मच प्याज़ का रस में
एक चम्मच शहद मिलाकर रोज़ चाट लिया करें (शहद होने के कारण सुगर के रोगी
इसे लेने से डरतें है ,लेकिन इतना शहद उनके लिए लाभकारी ही है अतः सुगर के रोगी
भी ले सकतें हैं.) ध्यान रखें बिलकुल ठीक होने तक(कोरस दो माह का है
जिसे ज़रुरत के
अनुसार एक माह बढ़ा सकतें हैं ) इसके साथ-२ एलोपेथी दवा भी ज़रुरत के अनुसार लेते
रहना है
,जैसे-२ आप ठीक होते जायेगे वैसे-२ गोली छूटती जाएगी .
लो- बी.पी. लिए एक अनुभूत नुसका है कि आप बत्तीस दाने किशमिश के शाम को कांच के
गिलास में पानी भरकर भिगो दें
सुबह ख़ाली पेट १-१ दाना खूब आनद से चबा-२कर खा लें,
पानी भी पी लें,रोजाना ३२ दाने खाने हैं एक घंटे तक कुछ भी ना खाएं पीयें ये कोरस एक से
तीन महीने का है
ध्यान रखें बिलकुल ठीक होने तक(जिसे ज़रुरत के अनुसार एक माह बढ़ा
सकतें हैं ) इसके साथ-२ एलोपेथी दवा भी ज़रुरत के अनुसार लेते रहना है ,जैसे-२ आप ठीक
होते जायेगे वैसे-२ गोली छूटती जाएगी
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